Skip to main content

Must read Terms of Service & Privacy Policy and be at least 18

Must read Terms of Service & Privacy Policy and be at least 18

Hindi - जेल पत्र मित्र

WriteAPrisoner.com - यह एक ऐसा जाल स्थल है जो वास्तविक कैदियों को वास्तविक पत्र मित्र खोजने में मदद करता है। एकांतवासी स्त्री और पुरुष कैदी जेलों के बाहर के व्यक्तियों से मित्रता करने में मदद के लिए बड़ी तादाद में हमारे पास आ रहे हैं। इस जाल स्थल में आप जिन व्यक्तियों से मिलने जा रहे हैं, वे विभिन्न प्रकार के हैं -- विभिन्न आयु के, विभिन्न स्थानों पर रहनेवाले और विभिन्न अपराधों के लिए गिरफ्तार हुए हैं। लेकिन उन सबमें एक बात समान है -- वे सब असहनीय एकांकीपन से पीड़ित हैं और किसी से दोस्ती करने के लिए तड़प रहे हैं।

केंद्रीय एवं राज्य-स्तर के सुधारात्मक जेलों, देशी जेलों, सुधारक संस्थाओं तथा विदेशी जेलों के हजारों स्त्री-पुरुष कैदी पत्र मित्र बड़ी आतुरता से ऐसे पत्रमित्रों की खोज में हैं जो उन्हें दोस्ती का एहसास दिला सके, उनके जीवन में रंगीनी भर सके, अथावा कानूनी मदद मुहैया करा सके। कैदियों के वर्गीकृत विज्ञापन ऐसे निजी विज्ञापन हैं जिनमें फोटोचित्र भी रहता है। याद रखें कि इस आभासी दुनिया में, आनलाइन चैट और ईमेल की सुविधा कैदियों को उपलब्ध नहीं रहती क्योंकि उन्हें कंप्यूटर के उपयोग की अनुमति नहीं रहती। आपके द्वारा कागज पर लिखे गए पत्र इन कैदियों द्वारा बड़े यत्न से संजोए जाते हैं और ये मानव अधिकारों को भी बढ़ावा देते हैं और कैदियों में सुधारात्मक विचार भी जगाते हैं। यह सब तभी हो सकेगा जब आप कैदियों को पत्र लिखेंगे। यह जाल-स्थल आपको प्रथम संदेश ईमेल करने देगा तथा उसमें आपका वापसी ईमेल पता भी अंकित होगा। हम इन ईमेलों को मुद्रित करके कैदियों को भेजेंगे, जिससे कि आपको डाक-खर्च व्यय न करना पड़े।

सलाखों के पीछे जीवन बिताने वाले स्त्री-पुरुषों को यदाकदा ही पत्र मिलते हैं और वे दिन के लगभग 23 घंटे अपने कटघरे में बिताते हैं। इनमें से कुछ को मृत्युदंड की सजा हुई होती है और वे अपनी मृत्यु का इंतजार कर रहे होते हैं। अन्य एकांतवासी कैद में दिन घसीट रहे होते हैं। आपको इस जाल स्थल में राजनीतिक कैदी और युद्ध-बंदी भी मिलेंगे। इनको उपलब्ध एकमात्र मानव-संबंध कोई पत्र-मित्र ही होता है। कैदियों को अन्य मनुष्यों से मिलना-जुलना लगभग असंभव होता है, विशेषकर उन कैदियों को जिनको मौत की सजा मिली हुई होती है। इन्हें अन्य कैदियों तक से अलग रखा जाता है। ऐसे निराश जेल पत्र मित्रों को पत्र लिखकर शायद आप अपनी दयालुता का परिचय देंगे। क्या आप आज ही यह महत्वपूर्ण कार्य करेंगे?

WriteAPrisoner.com में प्रवेश करें